Tuesday, June 29, 2010

ZINDAGI TERE HAZAR RANG

ज़िन्दगी तेरे हज़ार रंग, हर रंग जुदा
तेरे हर रंग हर अदा पे हम फ़िदा
जो तू कहे कि दिन तो दिन
जो तू कहे कि रात तो रात
तेरी बात कुछ और ही बात
तू साथ है, अज़ीज़ हमें है तेरा साथ
जो दे ठोकरें तो दे हौँसला भी
जो दे मुश्किलें तो दे फैसला भी
कि कैसे करे ? निबाह आंधी के साथ
कि कैसे करे? सामना तूफां के साथ
तुझे पाना है मुश्किल तो खोना भी
तू तो है कभी बेवफा, कभी वफ़ा किसी की

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